भोपाल : मध्य प्रदेश की धाकड़ पर्वतारोहिणी ज्योति रात्रे ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। 55 वर्षीय उद्यमी ज्योति को अमेरिका स्थित समिट स्कॉलरशिप फाउंडेशन के प्रतिष्ठित ‘वुमन ऑफ माउंटेनियरिंग’ कैलेंडर 2026 में विश्व की 12 प्रेरणादायक महिला पर्वतारोहियों में स्थान मिला है। यह कैलेंडर दुनिया भर की उन महिलाओं को समर्पित है, जिन्होंने साहस, संकल्प और संघर्ष से सीमाओं को तोड़ा है। ज्योति का चयन भारत की उस भावना का प्रतीक है, जो हर शिखर को छूने का जज्बा रखती है।

ज्योति रात्रे, जो स्कूल यूनिफॉर्म व्यवसाय चलाती हैं, ने 2018 में 49 वर्ष की उम्र में पर्वतारोहण की शुरुआत की। उम्र के कारण प्रशिक्षण संस्थानों से इनकार मिलने के बावजूद, उन्होंने स्वयं को तैयार किया। मई 2024 में 55 वर्ष की आयु में माउंट एवरेस्ट (8,849 मीटर) पर चढ़कर वे भारत की सबसे उम्रदराज महिला बनीं। इससे पहले उन्होंने माउंट एल्ब्रस (यूरोप), किलिमंजारो (अफ्रीका), अकॉनकागुआ (दक्षिण अमेरिका), कोसियुस्को (ऑस्ट्रेलिया) और विन्सन (अंटार्कटिका) जैसे शिखर फतह किए हैं। दिसंबर 2024 में विन्सन पर तिरंगा फहराकर वे मध्य प्रदेश की पहली और देश की सबसे उम्रदराज महिला बनीं। अब केवल उत्तरी अमेरिका का डेनाली बाकी है, जिससे वे ‘सेवन समिट्स’ पूरा करेंगी।
ज्योति कहती हैं, “हर पर्वत ने सिखाया कि शिखर कोई जगह नहीं, मानसिक अवस्था है।” उनके पति केके रात्रे ने बताया कि परिवार की बचत expeditions पर खर्च हुई, लेकिन ज्योति का जुनून सबको प्रेरित करता है। 2021 में उन्हें इंडियन इंस्पिरेशनल वुमन अवॉर्ड और मध्य प्रदेश रत्न अलंकरण मिल चुका है। यह उपलब्धि भारतीय महिलाओं के लिए सशक्तिकरण का संदेश है—उम्र महज संख्या है, सपने कभी पुराने नहीं होते। ज्योति अब युवाओं, खासकर महिलाओं को प्रेरित करने के लिए व्याख्यान दे रही हैं।
