उत्तर भारतीय समाज से रहा गहरा लगाव – प्रकाश सुर्वे

मुंबई । लोकायन और बयार मित्र परिवार के संयुक्त तत्वावधान में प्रतिवर्ष मनाया जानेवाला पारंपरिक सांस्कृतिक उत्सव ‘कजरी बयार’ इस वर्ष भी भव्य पैमाने पर आयोजित किया गया । कजरी बयार का यह आकर्षक आयोजन दहिसर पूर्व के क्रिस्टल प्राइड हॉल, ऑर्किड प्लाजा ( राजश्री कंपाउंड) में हुआ । इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी डॉक्टर राधेश्याम तिवारी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में मागाठाणे के विधायक प्रकाश सुर्वे उपस्थित थे। अन्य विशिष्ट अतिथियों में समरस फाउंडेशन के चेयरमेन  डॉ. किशोर सिंह, बॉलीवुड के प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता दयाशंकर पांडे, गौरीशंकर ग्राम सेवा मंडल के सुभाषचंद्र उपाध्याय, आरटीआय एक्टिविस्ट अनिल गलगली, पूर्व नगरसेवक अभय चौबे, ब्रह्मदेव सिंह, हेमंत पांडे, डॉक्टर शिवश्याम तिवारी, वरिष्ठ पत्रकारों में आदित्य दूबे, अरुण उपाध्याय , राजेश उपाध्याय ,आनंद मिश्रा , अरुण सिंह,अनिल पांडे ,अजय सिंह भगवती मिश्रा, अमित मिश्रा के अलावा समाजसेवी महेंद्र मिश्रा , कैलाश रामरक्षा मिश्रा, हरी धर्मराज मिश्रा, अभिषेक सभाजीत पांडे, कृष्णा पांडे, रोहित कैलाश मिश्रा, पप्पू मिश्रा तथा धर्मेंद्र पांडे सहित भारी संख्या में राजनीति, व्यवसाय जगत, चिकित्सा जगत और मीडिया जगत के ख्यातनाम दिग्गज उपस्थित थे। इस अवसर पर दिए गए अपने वक्तव्य में शिवसेना विधायक प्रकाश दादा सुर्वे ने कहा कि उत्तर भारतीय समाज से मेरा विशेष स्नेह और लगाव रहा है। उत्तर भारतीय समाज के वोटों की बढ़त से ही मैं चुनाव जीतता आया हूं। आयोजक सीनियर जर्नलिस्ट अभय मिश्रा से कॉलेज के दिनों से ही बहुत पुराना रिश्ता रहा है। उत्तर भारतीय समाज जब भी मुझे आवाज देगा मैं इस समाज का हर कार्य करने के लिए तत्पर और इस समाज की सेवा के लिए जान भी लुटाने से पीछे नहीं हटूंगा।
  अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉक्टर राधेश्याम तिवारी ने आयोजन समिति के सभी लोगों विशेषतः अभय मिश्रा की प्रशंसा की और कहा कि लोकायन और बयार मित्र परिवार आयोजित कजरी बयार किसी भी महोत्सव से कम नहीं। हर वर्ष आयोजन की प्रगति और भव्यता देखकर मन प्रसन्न हो जाता है। मन को सुकून मिलता है कि अपनी परंपरा और संस्कृति को संजोने और विस्तारित करते रहने का अभय मिश्रा और उनके उत्साही सहयोगी ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं । पूरी टीम को मेरा साधुवाद है।


“कजरी बयार”  के इस विशिष्ट आयोजन में प्रसिद्ध लोकगीत गायक सुरेश शुक्ला और उनकी टीम ने एक से बढ़कर एक कजरी गीतों तथा अन्य गानों से समां बांध दिया। ‘पिया मेंहदी मंगा द मोतीझील से जायके साइकिल से ना’  से लेकर ‘रेलिया बैरन पिया को लिए जाय रे’  जैसे दर्जनों कर्णप्रीय गीतों पर लोग झूम उठे थे।  कजरी बयार आयोजन समिति के जर्नलिस्ट अभय मिश्रा की भतीजी श्वेता अभिषेक पांडे ( नेहा) द्वारा गाई गई कजरी सांस्कृतिक समारोह में विशेष आकर्षण का केंद्र रही। सभी ने नेहा द्वारा गाई गई ठेंठ देहाती स्वरूप की कजरी को खूब पसंद किया । लोगों को आश्चर्य भी था कि उत्तर प्रदेश/ बिहार की सभ्यता और संस्कृति से प्रमुख हिस्से के रूप में जुड़ी पारंपरिक कजरी मॉडर्न युग में भी कोई गृहिणी इतने लयबद्ध और अच्छे ढंग से प्रस्तुत कर सकती है।इस विशेष आयोजन में उपस्थित रहनेवाली नारी शक्ति यानि सभी (माताओं-बहनों) के लिए चूड़ी, आलता, झूला और सेल्फी पॉइंट की इस आयोजन में विशेष व्यवस्था उल्लेखनीय है। इस  कार्यक्रम को सफल तथा यादगार बनाने के लिए संस्था के सूर्यकांत उपाध्याय,  वरिष्ठ पत्रकार अभय मिश्रा, सतीश दूबे, एडवोकेट अशोक मिश्रा, डॉक्टर बृजेश पांडे, अजित तिवारी, अनिल मिश्रा, अरविंद मिश्रा, उपेंद्र सिंह, संतोष मिश्रा, अनुज अवस्थी, अरविंद तिवारी, रविंद्र उपाध्याय, नीरज उपाध्याय तथा प्रदीप मिश्रा का विशेष योगदान रहा।
    

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