ग्रेटर नोएडा में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन संपन्न
ग्रेटर नोएडा। गणराज महाराष्ट्र मित्र ट्रस्ट की ओर से मिहिर भोज सिटी पार्क के भव्य पांडाल में गणेशोत्सव के अवसर पर प्रख्यात व्यंग्यकार डॉ.वागीश सारस्वत के संयोजन व मंच संचालन में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में मुंबई से आए गीतकार शेखर अस्तित्व व विनोद दुबे ने धूम मचा दी। फ़िल्म संजू में ‘कर हर मैदान फतह’ लिखकर पूरी दुनिया में धूम मचाने वाले शेखर अस्तित्व ने जब यहां “मैं सनातन हूँ” गीत गाया तो पूरा पांडाल सनातनी आस्था के साथ तालियां बजाते हुए झूमने लगा।
शेखर अस्तित्व ने सनातन का विरोध करने वालों की बखिया उधेड़ते हुए चेतावनी दी –
” पड़ेंगे पीछे तो फिर ठीक से पड़ जाएंगे
घूरना बंद करो आंख में गड़ जाएंगे
पुराने घर का पलस्तर ना समझना हमको,
खुरच के देख लो नाखून उखड़ जाएंगे।।
मुंबई से ही आए मशहूर गीतकार विनोद दुबे ने भी अपने मधुर गीतों से दर्शकों को आनंद विभोर कर दिया। अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म गुलाबो सिताबो के लिए लिखा और गाया अपना गीत ‘ क्या लेकर आया रे बंदे, क्या लेकर जाएगा’ विनोद दुबे ने जब डफली की तान पर सुनाया तो दर्शक उनके सुर में सुर मिलाते हुए मस्ती से गाने लगे। आगरा से आई
कवि सम्मेलन की इकलौती कवयित्री भूमिका जैन ने अपने गीतों और मुक्तकों से खूब वाहवाही बटोरी।
डॉ वागीश सारस्वत के मंच संचालन में लतीफों के बजाय स्वस्थ व स्वच्छ कविता का मंच सजाने के लिए लखीमपुर खीरी से आये ज्ञान प्रकाश आकुल ने गांव, मिट्टी, रिश्तों और पारिवारिक संबंधों के गीत सुनाए तो कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जबलपुर से आये वरिष्ठ कवि सूरज राय सूरज ने गर्व से तालियां बजाते हुए कहा कि बरसों बाद कवि सम्मेलन के इस मंच पर सचमुच कविता मिली है जो हजारों श्रोताओं के मन मस्तिष्क में उतर गई है। सूरज राय सूरज के मुक्तकों पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाईं।
मुंबई के मनोज गोयल ने हास्य व्यंग्य की चुटीली कविताएं सुनाईं तो अपने चिर परिचित अंदाज में वेद प्रकाश वेद ने श्रोताओं को खूब हंसाया।
नरेंद्र शर्मा ने अपनी ओज कविताओं पर खूब दाद बटोरी।
इस राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में कुछ स्थानीय कवियों ने भी हिस्सा लिया। हास्य कवि कुशल कुशवाहा ने अपनी बुलंद प्रस्तुति में वर्षों से चले आ रहे चुटकुलों को जमकर आजमाया, वहीं कुमार आदित्य ने भी पैरोड़ियाँ सुनाईं। सह संयोजक की भूमिका में मुकेश शर्मा अपनी पुरानी और द्विअर्थी चुटकुला पेटी से बाहर नहीं निकल सके।
काव्य समारोह में चंद्रशेखर गर्गे (काका) की आर्धांगिनी चरुशीला गर्गे के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।
समारोह में डॉ वागीश सारस्वत के उत्कृष्ट मंच संचालन की जमकर सराहना की गई।
इस कवि सम्मेलन का संयोजन मशहूर कथक नृत्यंगना दुर्गेश्वरी सिंह महक ने किया।
आयोजक मंडल के वेद प्रकाश ( वेदू भैया ) भुजंग वाडेकर आदि ने अतिथियों का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। गौरतलब है कि गणराज महाराष्ट्र मित्र मंडल ट्रस्ट पिछले 20 वर्ष से ग्रेटर नोयडा में गणेशोत्सव का आयोजन कर रहा है।