मुंबई। महाराष्ट्र में लोकसभा के चुनाव में भाजपा को जिस तरह से अपनी अनेक विजेता सीटों पर पराजय का मुंह देखना पड़ा, उसे देखते हुए विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियों में जुटी बीजेपी ने पार्टी ने दूरी बना रहे उत्तर भारतीय मतदाताओं को जोड़ने के लिए झोपड़पट्टी मोर्चा के अध्यक्ष आरडी यादव के नेतृत्व में 11 कमेटी वाली कार्य योजना का गठन किया। मार्गदर्शक के रूप में जयप्रकाश सिंह, संजय उपाध्याय, अमरजीत मिश्रा तथा आचार्य पवन त्रिपाठी को रखा गया। इस कमेटी ने अभी काम शुरू ही किया था कि मुंबई के 6 जिलाध्यक्षों में ईशान्य मुंबई के एकमात्र उत्तर भारतीय जिलाध्यक्ष अशोक राय को हटाकर दीपक दलवी को नया जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा की बनी रणनीति के अनुसार सभी जिलाध्यक्षों को बदलकर नया जिलाध्यक्ष नियुक्त करना था, परंतु एकमात्र उत्तर भारतीय जिलाध्यक्ष को बदलकर पार्टी ने बेसिक संगठन में उत्तर भारतीयों का सुपड़ा ही साफ कर दिया। सबसे बड़ी समस्या तो चार मार्ग दर्शकों के समक्ष खड़ी हो गई है।आखिर में किस मुंह से वे भाजपा को उत्तर भारतीयों की सबसे हितैषी पार्टी कह सकते हैं। उनके पास इस बात का क्या जवाब है कि सिर्फ ईशान्य मुंबई के ही जिलाध्यक्ष को क्यों हटाया गया? वैसे भी लोकसभा चुनाव से ही जिस तरह से उत्तर भारतीय मतदाता महा विकास आघाड़ी की तरफ झुक रहा है, उसे देखते हुए साफ तौर पर कहा जा सकता है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा के जीत की आशा हाफ होती नजर आ रही है।

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