Category: सम्पादकीय

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में डॉ हेडगेवार का स्मरण

–प्रोफेसर शांतिश्री धुलीपुडी पंडित, कुलपति, जेएनयू दुर्भाग्य से ऐतिहासिक तोड़ मरोड़ के चलते डॉ हेडगेवार जैसे क्रांतिकारियों की इतिहासकारों द्वारा उपेक्षा के कारण इतिहास में अवांछित कथानकों को स्थान मिल…

वामपंथियों की ऐतिहासिक साजिश ने क्रूर औरंगजेब को बनाया उदार

– प्रो. शांतिश्री धुलीपुड़ी पंडित, कुलपति, जेएनयू हाल ही में प्रदर्शित फिल्म “छावा” की अपार सफलता एक महत्वपूर्ण बिंदु साबित हुई है। इसने युवाओं में पाठयपुस्तकों ऐतिहासिकता पर आंख बंद…

मतदान की अनिवार्यता को लेकर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन

भोपाल। पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ सभागार में, क्या देश में मतदान करना अनिवार्य होना चाहिए विषय पर विश्वविद्यालयीन महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य…

अनायास का दोषारोपण…..!

करके गहन गवेषणा….!की गई थी….तीर्थराज में….अद्भुत-अतुल्य महाकुम्भ की घोषणापुण्य लाभ पाने को….यहाँ….!उत्साहित जनता एक दूजे को,जाती थी रगड़-रगड़….धर्म भावना और मान्यता,बाँधे थी सबको जकड़-जकड़….हर किसी ने लगाया था…..!संगम जाने का…

शाश्वत भारतीय सभ्यता की एकता का प्रतीक है काशी तमिल संगमम

– प्रोफेसर शांतिश्री धुलीपुड़ी,कुलपति, जेएनयू मुंबई। काशी तमिल संगमम सिर्फ आयोजन नहीं है, बल्कि शाश्वत भारतीय सभ्यता की एकता का प्रतीक है, जिसमें काशी और तमिल भाषाई, आध्यात्मिक और बौद्धिक…

मोदी ने की ट्रंप से मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा पर दुनिया भर की नजर है। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की है। ट्रंप की टैरिफ लगाने की धमकी के बाद पहली…

भारत की आत्म अभिव्यक्ति के महाकुंभ काल में RSS की परंपरा

–शांतिश्री धुलीपुड़ी, कुलपति, जेएनयू “महाकुंभ से आरएसएस का लक्ष्य स्पष्ट होता है। इसके माध्यम से जीवन के हर क्षेत्र के जन मानस को साझा परंपरा वाली सभ्यता से जोड़ा गया…

तीन नए अपराधिक कानूनों को अमल लाने की दुविधा और संभ्रम

–एड. प्रफुल्ल साल्वी भारत के राष्ट्रपति ने २५ डिसेम्बर २०२३ को तीन नए आपराधिक कानूनों को मंजूरी दे दी जिस्मे-भारतीय न्याय संहिता, 2023 (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (बीएनएसएस),…