मुंबई। बांधवगढ़ के राजा संत सेनाजी महाराजा, हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के सपनों को पूरा व सर्वस्व निछावर करने वाले शूरवीर जीवाजी महाले एवं शिवाजी काशीद के वंशजों ने राज्य के सभी जिलों से तपतपाती धूप में अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने हेतु हजारों की संख्या में नाई,नाभिक (युवा,नौजवान,वयोवृद्ध पुरुष एवं महिला) मुंबई के आजाद मैदान में इकठ्ठा हुए। आंदोलन का उद्देश्य महाराष्ट्र प्रशासन संत सेनाजी महाराज केश शिल्पी महामंडल का गठन करें जिस प्रकार अन्य प्रदेशों में केश शिल्पी महामंडल का गठन हुआ है जिसका लाभ नाई, नाभिक परिवार ले रहा है।उक्त मांग के अतिरिक्त पिछड़ी जातियों को सभी प्रशासनिक लाभ मिलना चाहिए जिससे वे वंचित हैं।उक्त आंदोलन में मुख्य भूमिका युवा समाजसेवी किरण जी भांगे की रही जिनके नेतृत्व में उनके एक आवाज पर संपूर्ण राज्य के नाई,नाभिक आजाद मैदान में एकत्रित हुए।सोए हुए प्रशासन को जगाने का कार्य करने में राज्य के सभी संगठनों एवं संस्थानो ने सराहनीय कार्य किया।वरिष्ठ समाजसेवी एवं राष्ट्रीय कवि माथुरकर अंजानदास जबलपुरी अस्वस्थ होने के कारण उपस्थित नहीं हो सके किंतु आंदोलन में भाग लेने वाले महावीर रघुनाथ गाडे ,मधुकर पंडित साहेब,किरण भांगे ,कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप-मुंबई, माधवराव भाले,श्रीमती उज्जवला कोपले,भगवान चिते,मुलुंड से संतोष शर्मा,ठाणे से घनश्याम शर्मा,रमेश चव्हाण, मंदार राऊत,बापूराव वाघमारे,संदीप जाधव,संदेश शिंदे, सुरेश रावतले,सर्वेश शर्मा,विनोद शर्मा, सुनील शर्मा,गजानन सालुंखे, दत्ता चव्हाण, प्रसाद चव्हाण,उदय टक्के,किशन कोर्हाले, तुषार चव्हाण, सचिन टक्के,नीलेश रणदिवे, संदीप चव्हाण,संतोष ठाकुर,महानंद झेंडे, प्रकाश चव्हाण,दीपक यादव,अरुण जाधव के साथ-साथ सभी संगठनों के सभासदों का धन्यवाद ज्ञापित किया है।महाराष्ट्र प्रशासन ने उक्त प्रचंड आंदोलन को देखते हुए आश्वासन दिया कि मंत्रिमंडल में आपकी बात को रखी जाएगी तथा आपकी मांगें पूरी की जाएगी।

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