मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही विविध राजनीतिक दलों में उम्मीदवारी को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा महाराष्ट्र सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री राज के पुरोहित, जिन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में ऐन मौके पर टिकट से वंचित कर दिया गया था, इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा की उम्मीदवारी देने के लिए न सिर्फ सकल राजस्थानी समाज अपितु समस्त हिंदी भाषी व सर्व-समाज की लामबंदी होने लगी है। गौरतलब हो कि दशहरा पर्व पर 12 अक्टूबर को सकल राजस्थानी समाज (36 कौम) की सभा अडाणी मोटी टॉवर, 5 वां माला पर आयोजित की गई, जिसमें मुंबई के प्रवासी राजस्थानी समाज के सैकड़ों गणमान्य उपस्थित थे। सभा में समाज के सैकड़ों प्रवासियों की मौजूदगी में सर्व-सम्मति से नरेंद्र चौधरी, प्रताप पुरोहित दाता, धुकसिंह कारीला, चौनाराम माली ने आने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में राजस्थानियों के (36 कौम) के नेता, राष्ट्रीय प्रवासी संघ के अध्यक्ष, देश भर में सभी समाज को जोड़ने वाले समाज प्रेमी वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री, महाराष्ट्र भाजपा उपाध्यक्ष राज के पुरोहित को कुलाबा विधानसभा या मुंबादेवी विधानसभा से उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा। समाज के गणमान्यों ने एक सुर में कहा कि वर्ष 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव मे राज पुरोहित के साथ अन्याय हुआ था। वह अन्याय न सिर्फ राज पुरोहित, अपितु सकल राजस्थानी प्रवासी समाज (36 कौम) के साथ हुआ है, जिसका हमें दुःख है। हम सभी भाजपा के राष्ट्रीय एवं महाराष्ट्र नेतृत्व से मांग करते हैं कि अपने खून-पसीने निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में भाजपा को मजबूती प्रदान करने वाले वरिष्ठ नेता तथा करोड़ों राजस्थानियों को समूचे देश में घूम-घूमकर पार्टी से जोड़ने वाले राज के पुरोहित को इस विधानसभा चुनाव में कोलाबा अथवा मुंबादेवी विधानसभा सीट से भाजपा का उम्मीदवार बनाया जाए, उन्हें जीत दिलाने की गारंटी हम सभी सकल राजस्थानी समाज के लोग लेते हैं। हम भाजपा को बताना चाहते हैं कि वरिष्ठ नेता राज पुरोहित को नजरअंदाज करने पर लाखों राजस्थानियों को दुःख होगा, नाराजगी होगी, जिसकी जिम्मेदारी पार्टी की रहेगी, क्योंकि पूरे देश में राज के पुरोहित के नेतृत्व में राजस्थानी समाज ने भारतीय जनता पार्टी को बड़ा किया है। सहयोग किया है, समर्थन किया है। भारतीय जनता पार्टी हमारे समाज के नेतृत्व पर अन्याय करे, तो दुःख, पीड़ा एवं नाराजगी होना स्वाभाविक है, इससे भाजपा को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव – 2024 में भारी नुकसान होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस अहम बैठक में प्रवासी राजस्थानी समाज के पुरोधा नरेंद्र चौधरी, जितेंद्र शाह, चंदन भंसाली, प्रताप पुरोहित दाता, गोविंद पुरोहित, धुकसिंह कारीला, पृथ्वीसिंह पालडी, चैनाराम माली, गणपत खिरीडी, नरसीराम चौधरी, वाघाराम सुथार, हरसंद देवासी, सावलाराम सुथार, चतराम माली, भैराराम, नरेश, बाबूलाल भांदु, नरेंद्र भंडारी, श्याम सुंदर शर्मा, धर्माराम खिलेरी, अर्जुन पुरी, नेथीराम चौधरी, मोहन पारडी, कनकराज घोडा, हीरालाल मेहता, जसवसिंह राठौड, सुरेश पाडीव समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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