ठाणे। साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक
संस्था संगीत साहित्य मंच द्वारा निरंतर की जाने वाली मासिक काव्यगोष्ठी दिनाँक 10 नवंबर 2024 रविवार को संस्था के संयोजक आदरणीय रामजीत गुप्ता के आवास पर आयोजित किया गया।मुख्य अतिथि नरेन्द्र शर्मा “खामोश” तथा विशेष अतिथि तिलक राज खुराना थे।उपस्थिति साहित्यकारों में राजेश दूबे “अल्हड़ असरदार ” की अध्यक्षता और उमेश मिश्र प्रभाकर के संचालन मे गोष्ठी सम्पन्न हुई।कार्यक्रम का शुभारम्भ सदाशिव चतुर्वेदी “मधुर” द्वारा माँ सरस्वती के चरणों मे वंदना स्वरुप प्रथम पुष्प अर्पित करके किया गया।तत्पश्चात अरुण मिश्र अनुरागी द्वारा श्रृंगार गीत का मधुर कंठ से गायन किया गया।इसके बाद ओम प्रकाश सिंह द्वारा भोजपुरी कजरी का सुन्दर गायन किया गया।कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए मधुर ने मुरली मनोहर श्री कृष्ण कन्हैया जी पर सुन्दर भजन प्रस्तुत किया।अगली कड़ी में वरिष्ठ कवि टी आर खुराना सर द्वारा एक लेख ” इसे कहते हैं ज़िन्दगी” के अंश का प्रस्तुतीकरण किया गया।तदनंतर वरिष्ठ कवि रामजीत गुप्ता ने आध्यात्मिक वकील और नेता पर कविता सुना कर सबको आनंदित कर दिया। मधुर जी के आग्रह पर उमेश मिश्र प्रभाकर ने कुछ मुक्तक और श्रृंगार रस का गीत प्रस्तुत किया।गोष्ठी को आगे बढ़ाते हुये मुख्य अतिथि नरेन्द्र शर्मा खामोश ने कन्हैया जी पर सराहनीय भजन प्रस्तुत किया।कार्यक्रम के अन्तिम चरण में गोष्ठी के अध्यक्ष राजेश दूबे “अल्हड़ असरदार ” ने अपनी कविता के माध्यम से देश विरोधी गतिविधियों और दुर्भावनाओं के खिलाफ अपना वीर रस का तेवर दिखाया तथा गोष्ठी की खूबसूरती को सराहते हुये कविता पाठ के साथ साथ काव्यलेखन की विशेषताओं पर निरंतर चर्चा करने पर बल दिया। गोष्टी विशेष रूप से आध्यात्मिक, सामाजिक तथा श्रृंगार की कविताओं एवं चर्चाओं का विषय रही तथा कार्यक्रम के अंत मे सहसंयोजक मधुर जी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और सबका आभार व्यक्त करके कार्यक्रम का समापन किया।सभी प्रतिभागियों ने जमकर गोष्ठी का आनन्द उठाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *