मुंबई। राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार संतपुरुष आचार्य महाश्रमण प्रबल पुरुषार्थ, समर्पण, अटल संकल्प, अखंड विश्वास और ध्येय निष्ठा के निरुपाधिक व्यक्तित्व के परिचायक हैं. कुर्ला जैन समुदाय से ललित जैन एवं कांती कोठारी के निमंत्रण पर ठाणे घोडबंदर स्थित नंदनवन में उनसे रूबरू होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. दिनेश एवं रमेश सुतरिया दोनों बंधूओं ने जैन समुदाय कुर्ला एवं अन्य समुदाय के लोगों का परिचय महाराज श्री से करवाया। महाराज श्री के समक्ष अनिल गलगली, अनुराग त्रिपाठी, अरविंद कोठारी, अमोल दुगड को उनका मत व्यक्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. आचार्य महाश्रमण ने मानव चेतना के विकास के हर पहलू को उजागर करते हुए नैतिकता, अहिंसा एवं नशामुक्त समाज पर जोर दिया. अंत में मंगल पाठ से भेट का समापन हुआ. इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह, मूर्ति पूजक संघ के अशोक मुनोत,अमृत जैन, राजू मुनोत, डॉ मल्लेशा, सुरेश सिंघवी, हस्ती जैन, सतीश मेहता, शांतीलाल जैन, किरण दामले, धरमचंद जैन, नंदकिशोर शेलार, महेंद्र मेहता, संजय भंसाली,जंबो कोठारी उपस्थित थे।