ठाणे।सामाजिक, साहित्यिक,सांस्कृतिक संगीत साहित्य मंच ठाणे द्वारा प्रत्येक माह आयोजित होने वाली कविगोष्ठी के 100वें माह की गोष्ठी शतकीय गोष्ठी के रुप में आयोजित करते हुए रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर मराठी ग्रन्थालय ठाणे में बड़े धूमधाम से किया गया।सर्व प्रथम संस्था के सहसंयोजक सदाशिव चतुर्वेदी ‘मधुर’स्वागत गीत के साथ समारोह अध्यक्ष रामप्यारे सिंह रघुवंशी और स्वागताध्यक्ष बिधु भूषण त्रिवेदी के साथ सभी सम्मानित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर शाल,पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत करवाया।तत्पश्चात संस्था के संयोजक रामजीत गुप्ता ने कार्यक्रम और संस्था के गतिविधियों पर प्रकाश डाला।100वी काब्य गोष्ठी के लिए वरिष्ठ कवि त्रिलोचन सिंह अरोरा को अध्यक्ष,वरिष्ठ पत्रकार संतोष पाण्डेय और पुर्वांचल मानस मंडल के अध्यक्ष राजेश दुबे ‘अल्हण असरदार ‘को अतिथि पद पर आसीन किया। कुशल मंच संचालक उमेश मिश्र ‘प्रभाकर’ को मंच संचालन का कार्य भार सौंपा।काव्य गोष्ठी नेहा मिश्र के सरस्वती बंदना के साथ आरंभ हुआ और उपस्थित सभी कवि विभिन्न शैली में अपनी उत्कृष्ट रचना प्रस्तुत किए। एड. राजीव मिश्रा और सत्यभामा सिंह कजरी गीत से सावन माह को विदाई दी।तिलकराज खुराना,कमलेश पांडे ‘तरुण’, त्रिलोचन सिंह अरोरा,राजेश दुबे ‘अल्लहड़ असरदार,संतोष पाण्डेय,रामप्यारे सिंह रघुवंशी,विधु भीषण त्रिवेदी,अनिल कुमार राही,अंजनी कुमार द्विवेदी,विनय शर्मा ‘दीप’,नंदलाल क्षितिज,आभा दवे,मृदुल प्रभा, निधि शुक्ला,अरुण कुमार मिश्र ‘अनुरागी’, सुशील कुमार शुक्ला, शारदा प्रसाद दुबे शरतचंद्र,कल्पेश यादव,श्रीनाथ मिश्र,आज सिंह,राम स्वरूप साहू,मदन गोपाल गुप्त,रविन्द्र कुमार शर्मा दीप,ज्ञान चंद और नन्दलाल थापर आदि कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।जन समाचार के कार्यकारी संपादक राकेश निर्मोही की उपस्थिति विशेष रही।अंत में संस्था के सहसंयोजक सदाशिव चतुर्वेदी ‘मधुर’ ने सबका आभार व्यक्त किया।