वसई। श्री नरसिंह के. दूबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के संस्कृत-संहिता- सिद्धांत विभाग द्वारा 23 मार्च 2024 को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक महाविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष और संस्थापक प्राचार्य स्वर्गीय वैद्य मोरेश्वर डी. वैद्य की छठी पुण्य तिथि के अवसर पर अंतर- महाविद्यालय श्लोक पठण प्रतियोगिता का आयोजन किया |
श्लोक पठन प्रतियोगिता के संबंध में निमंत्रण महाराष्ट्र के सभी आयुर्वेद महाविद्यालयों को भेजा गया था और इसे उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। प्रतियोगिता के लिए दो ग्रुप थे; प्रथम और द्वितीय वर्ष के आयुर्वेद छात्रों का ग्रुप ‘ए’ और तीसरे और चौथे वर्ष के आयुर्वेद छात्रों का ग्रुप ‘बी’, जिसके लिए पूरे महाराष्ट्र के आयुर्वेद महाविद्यालय से कुल ६० प्रतिभागियो ने सहभाग लिया था |
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे प्रतियोगिता का उद्घाटन और स्वर्गीय वैद्य सर को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। उद्घाटन समारोह में संस्था के अध्यक्ष जयप्रकाश दूबे, संस्था के सचिव एवं महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. ओमप्रकाश दुबे ; संस्था की विश्वस्त और प्रसूति तंत्र एवं स्त्रीरोग विभाग की विभागप्रमुख डॉ. प्रोफेसर ऋजुता दुबे, महाविद्यालय कि प्राचार्या डॉ. प्रोफेसर हेमलता शेंडे, सभी आमंत्रित निर्णायक, महाविद्यालय के सभी अध्यापक, विद्यार्थी तथा पूरे महाराष्ट्र से प्रतिभागी उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वर की प्रार्थना और दीप प्रज्वलन से हुई । महाविदयालय की पूर्व छात्राये वैद्य कीर्ति मंदार देव और वैद्य. चंदारानी बिराजदार, जो वैद्य सर के विद्यार्थी थे और आज के प्रतियोगिता के निर्णायक भी थे इन्होने वैद्य सर के बारे में अपनें अनुभवों का कथन किया | संस्था के सचिव एवं महाविद्यालय के डायरेक्टर, डॉ.ओमप्रकाश दुबे ने उपस्थितों को संबोधित किया और वैद्य सर के बारे में अपनी यादें भी साझा कीं। सुबह करीब 11 बजे अंतर महाविद्यालय श्लोक पाठांतर प्रतियोगिता शुरू हुई। आचार्य श्री दामोदर त्रिपाठी, व्याकरण विभागाध्यक्ष, जी.टी. संस्कृत महाविद्यालय, मुंबई; प्रोफेसर रेणुका पांचाल, संस्कृत विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय; वैद्य चंदारानी बिराजदार,आयुर्वेद सिद्धान्त और दर्शन शास्त्र में तज्ञ और प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक, बोरिवली और वैद्य कीर्ति देव, प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक, थाना, यह सभी मान्यवर श्लोक पठण प्रतियोगिता के निर्णायक थे।
प्रतियोगिता दोपहर के भोजन से पहले और दोपहर के भोजन के बाद दो सत्रों में आयोजित की गई। समापन समारोह शाम करीब पांच बजे शुरू हुआ। निर्णायकों ने प्रतियोगिता के बारे में अपने अनुभव और विचार साझा किए और छात्रों को और सुधार के लिए मार्गदर्शन किया। प्रतिभागियों के प्रत्येक समूह को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार तथा उत्तेजनार्थ पुरस्कार संस्था के अध्यक्ष जयप्रकाश दूबे द्वारा दिये गये।
Prize
Group A
Group B
Prize detailed for each group
प्रथम
सिद्धी गारुडी
(SNKD ट्रस्ट नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, नालासोपारा)
समृद्धी भारत पटाईत (आर.ए. पोदार आयुर्वेद वैद्यकीय महाविद्यालय, वरळी)
रु.3100/- नकद
ट्रॉफी और प्रमाणपत्र
द्वितीय
कृतिका थळे
(Y.M.T. आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, खारघर)
सुरेल विनायक भिडे (SNKD ट्रस्टचे नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, नालासोपारा)
रु.2100/- नकद
ट्रॉफी और प्रमाणपत्र
तृतीय
ऋतिक लोहार (डी. वाय. पाटील डीम्ड टू बी युनिव्हर्सिटी स्कूल ऑफ आयुर्वेद नेरुळ))
मिती दिलीप जोशी (SNKD ट्रस्टचे नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, नालासोपारा)
रु.1100/- नकद
ट्रॉफी और प्रमाणपत्र
उत्तेजनार्थ 1
ईश्वरी बोरकर (डी. वाय. पाटील डीम्ड टू बी युनिव्हर्सिटी स्कूल ऑफ आयुर्वेद नेरुळ)
……………
रु.501/- नकद
प्रमाणपत्र
उत्तेजनार्थ 2
पूजा जाधव (SNKD ट्रस्टचे नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, नालासोपारा)
…………….
रु.501/- नकद
प्रमाणपत्र
प्रतियोगिता के दोनों ग्रूप का संचालन रोगनिदान विकृति विज्ञान विभाग कि सहाय्यक प्रोफेसर डॉ. तेजश्री दळवी, स्वस्थवृत्त विभाग के सहाय्यक प्रोफेसर डॉ. राहुल सोनकांबळे तथा कायचिकित्सा विभाग के सहाय्यक प्रोफेसर डॉ. निलेश तिवारी इन्होंने किया|
संस्कृत- संहिता-सिद्धांत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति राठी ने उद्घाटन समारोह एवं श्रद्धांजली सभा का संचालन किया। । संस्कृत- संहिता-सिद्धांत विभाग सहायक प्रोफेसर, डॉ. सर्वेश शर्मा ने, प्रतियोगिता के सुचारू संचालन का निरिक्षण किया। संस्कृत- संहिता-सिद्धांत विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. शुभांगी पाटिल ने समापन तथा पारितोषिक वितरण का संचालन किया। और सहायक प्रोफेसर, संस्कृत आचार्य आशुतोष मिश्र, ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कॉलेज के सभी शिक्षण संकाय ने कड़ी मेहनत की।