मुंबई। महर्षि दयानंद कॉलेज एवं स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में “उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलित करके मुख्य अतिथि सतीश कुमार, प्राचार्य प्रो.डॉ.हेमंत शर्मा, विशिष्ट अतिथि प्रशांत नीलकंठ देशपांडे, किशोर असवाणी,उप प्राचार्य मनीषा आचार्या, उपप्राचार्य डॉ.उमेश चन्द्र शुक्ल ने विधिवत कार्यक्रम का उद्घाटन किया।उप प्राचार्य प्रो.मनीषा आचार्या ने कार्यशाला की संकल्पना एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा की इस तरह की कार्यशाला का आयोजन विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री सतीश कुमार अखिल भारतीय सह संगठक स्वदेशी जागरण मंच न‌ई दिल्ली का सम्मान प्लांट देकर कालेज के प्राचार्य प्रो.डॉ.हेमंत शर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथि प्रशांत नीलकंठ देशपांडे सह संयोजक स्वदेशी जागरण मंच पश्चिम क्षेत्र का सम्मान प्रो.ललित त्यागी अध्यक्ष, इकोनोमिक्स एवं किशोर असवाणी कोंकण प्रांत का सम्मान डॉ. कुनाल सोनी कामर्स ने प्लांट देकर किया।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रो.हेमंत शर्मा ने कहा कि न‌ई शिक्षा नीति और स्वावलंबी भारत अभियान हमारे विद्यार्थियों को अलग तरीके से सोचने और जीवन में कुछ विशेष व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। स्वदेशी जागरण मंच के सतीश कुमार,किशोर असवाणी एवं प्रशांत नीलकंठ देशपांडे के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया। मुख्य अतिथि सतीश कुमार ने कहा कि पूर्ण रोजगार युक्त, गरीबी मुक्त और समृद्ध भारत कि संरचना स्वदेशी जागरण मंच का उद्देश्य है। स्वस्थ भारत समर्थ भारत के निर्माण में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करना है। विद्यार्थी अपने उज्जवल भविष्य ,समर्थ भारत के लिए कुछ बड़ा सोचें, नया सोचें और आउट आफ़ बाक्स सोचें। हमारा प्रयास है कि कोई भी हाथ खाली ना रहे हर हाथ को रोजगार मिले हर हाथ को कम मिले भारत की युवा पीढ़ी अपनी सोच को नहीं उड़ान दे । विशिष्ठ अतिथि किशोर असवाणी ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच महर्षि दयानंद कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था और इस तरह के कार्यशाला के आयोजन पर बल दिया। । विशिष्ठ अतिथि प्रशांत नीलकंठ देशपांडे जी ने कहा चरित्र निर्माण ,व्यक्तित्व निर्माण राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते हैं।अति प्रसन्नता हो रही है कि महर्षि दयानंद कॉलेज के विद्यार्थियों में अनुशासन एवं उत्तम संस्कार स्पष्ट दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उप प्राचार्य एवं अध्यक्ष हिन्दी-विभाग डॉ उमेश चन्द्र शुक्ल ने कहा कि “पसीने से सजाएंगे हम भारत माता की तस्वीर।” कार्यशाला में लगभग 200 विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी, विद्यार्थियों का उत्साह, सक्रियता सराहनीय है। “हार हो जाती है जब मान लिया जाता है।जीत हो जाती है जब ठान लिया जाता है।” इस अवसर पर “राजकुमार मित्तल द्वारा लिखित पुस्तक सैंतीस करोड़ स्टार्टअप्स का देश” का लोकार्पण किया गया।
प्रो.गणेश जोशी ने सरस्वती वंदना किया एवं डॉ.उषा दुबे ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन डॉ.उमेश चन्द्र शुक्ल ने किया।

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