जौनपुर। श्री समरथ्थी राजाराम दिव्यांग एवं बालिका शिक्षण संस्थान कुशहा द्वितीय ,घनश्यामपुर, बदलापुर ,जौनपुर में गाँधी जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया l हीरालाल विश्वकर्मा ने बताया कि भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हें बापू या महात्मा गांधी के नाम से भी जाना जाता है, जिनके जन्म दिन 2 अक्टूबर 1869 को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। अमर सिंह ने कहा कि वस्तुतः गांधीजी विश्व भर में उनके अहिंसात्मक आंदोलन के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने भारत की स्वतंत्रता के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने सत्य और अहिंसा के आदर्शों पर चलकर भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराया था। प्रबंधक अजय कुमार सिंह ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। भारत छोड़ो आंदोलन में शास्त्री जी ने अभूतपूर्व योगदान दिया l 9 अगस्त 1942 के दिन शास्त्रीजी ने इलाहाबाद पहुँचकर अगस्त क्रान्ति की दावानल को पूरे देश में प्रचण्ड रूप दे दिया। पूरे ग्यारह दिन तक भूमिगत रहते हुए यह आन्दोलन चलाने के बाद 19 अगस्त 1942 को शास्त्रीजी गिरफ्तार हो गये। कार्यक्रम में उपस्थित सभी के प्रति आभार ब्यक्त किया l इस अवसर पर रामलखन सिंह, वीरेंद्र यादव, विष्णु कांत तिवारी, अमरनाथ, अंकित रजक, सुधांशु यादव, रंजु सिंह,मोनिका वर्मा, ज्योति सिंह लवी सिंह आदि लोग विद्यालय के समस्त अध्यापक , अध्यापिका उपस्थित रहे।