अधिकारियों और निर्णायकों ने की सराहना
मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका शिक्षण विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में प्रतिभावान और मेधावी विद्यार्थियों की कमी नहीं है। इसकी एक झलक कल बजाज रोड शाला संकुल में आयोजित पश्चिमी उपनगर की अंतिम वक्तृत्व स्पर्धा में देखने को मिली। हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, उर्दू तथा अन्य भाषाओं में बच्चों ने निर्धारित विषयों पर बड़े ही प्रभावशाली तरीके से अपने विचार रखे। निर्धारित विषयों पर बच्चों के ज्ञान को देखकर परीक्षक भी अवाक रह गए। पारितोषिक वितरण समारोह में बोलते हुए पश्चिमी उपनगर के उप शिक्षण अधिकारी निसार खान ने कहा कि आज बीएमसी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में बीएमसी का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की स्पर्धाओं से बच्चों में आत्मविश्वास के साथ-साथ कौशल का विकास होता है। आने वाले दिनों में इसी तरह की अन्य प्रतियोगिताएं भी कराई जाएगी। अधीक्षक दीपिका पाटिल ने कहा कि बीएमसी स्कूलों के बच्चों में काबिलियत और योग्यता में कोई कमी नहीं है। अधीक्षक मुख्तार शहा ने कहा कि बच्चों के साथ-साथ उनके शिक्षक और अभिभावक भी बधाई के पात्र है। वक्तृत्व स्पर्धा में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देने के साथ साथ स्पर्धा में भाग लेने वाले सभी बच्चों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। परीक्षक के रूप में वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे, पत्रकार रफीक अहमद शेख, अलका वठारकर, कोकिलाबेन देसाई, प्रदीप कानू भोईर, जीनत जावेद, सायली नरे, स्मिता जागोस्टे, उमा कुलकर्णी तथा जॉन विलियम उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अनुजा चव्हाण तथा सैयद खालिद ने किया। अंत में प्रभारी प्रशासना अधिकारी सुनंदा मिरजकर समस्त लोगों के प्रति आभार प्रकट किया। ज्ञातव्य है कि सन 2008 से इस तरह की स्पर्धाएं बंद हो गई थी। निसार खान द्वारा एक बार फिर से उसे शुरू करने से बच्चे और शिक्षक खुश नजर आ रहे थे।