1994 में मीरारोड में एक ही परिवार के पांच लोगों का किया था मर्डर

वाराणसी। उत्तर प्रदेश STF तथा महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सामूहिक हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो फरार आरोपियों को वाराणसी के सारनाथ स्थित सारंगनाथ मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 1994 में अनिल सरोज व उसका भाई सुनील सरोज, भडवाल चाल, पेंकरपाडा मीरा रोड में रहते थे। इनके पडोस में राज नरायन प्रजापति जनपद इलाहाबाद भी अपनी पत्नी जगरानी (28वर्ष), पुत्र प्रमोद (5वर्ष) चिण्टू (02वर्ष), पिण्टू (03माह) एवं पुत्री पिंकी (03वर्ष) के साथ रहता था। 16 नवंबर,1994 को अनिल सरोज व सुनील सरोज अपने एक साथी के साथ मिलकर राजनरायन प्रजापति की पत्नी व चारों बच्चों की चाकू व चापड़ से मारकर नृसंश हत्या कर दिया था, जिससे तत्समय घटनास्थल के आस-पास सनसनी फैल गयी थी। इस संबंध में काशीमीरा पुलिस ने मु0अ0सं0 107/1994 धारा 302/201/457/34 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत हुआ था। पुलिस की विवेचना से कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान निवासी नोनवटी बीरापट््टी थाना बडागांव जनपद वाराणसी, अनिल सरोज व सुनील सरोज उपरोक्त का नाम/पता प्रकाश में आया था। कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, परन्तु अनिल सरोज व सुनील सरोज वर्ष 1994 से ही फरार चल रहे थे, इनके बारे में महाराष्ट्र पुलिस को कोई भी सुराग नही मिल पा रहा था। इस जघन्य अपराध में फरार चल रहे अभियुक्त अनिल सरोज व सुनील सरोज की गिरफ्तारी हेतु क्राइम ब्रान्च यूनिट-1 मीरा भायंदर वसई विरार, द्वारा एस0टी0एफ0 उ0प्र0 से सम्पर्क कर सहयोग मॉंगा गया। इस संबंध में अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी को निर्देशित किया गया था। इस क्रम में निरीक्षक श्री अमित श्रीवास्तव एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में उ0नि0 अंगद यादव, उ0नि0 ज्ञानेन्द्र सिंह, उ0नि0 शहजादा खॉं आदि की टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। दिनांक 07-10-2023 को विश्वस्त सूत्र के माध्यम से सूचना मिली कि अनिल सरोज जो तांत्रिक पूजा का काम करता है, अपने भाई सुनील सरोज के साथ जनपद वाराणसी के थाना सारनाथ ़क्षेत्रान्तर्गत सांरग मंदिर के पास आने वाले हैं, यदि शीघ्रता की जाये तो इन्हें पकडा जा सकता है। इस सूचना पर एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी एवं क्राइम ब्रान्च महाराष्ट्र पुलिस संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच कर अनिल सरोज एवं सुनील सरोज को गिरफ्तार करते हुये उपरोक्त बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ मे बताया कि वर्ष 1994 में अनिल सरोज व इसका भाई सुनील सरोज मुम्बई भडवाल चाल पेंकरपाला मीरा रोड में रहते थे और मजदूरी करके जीवन यापन करते थे। इनके पडोस में राज नरायन प्रजापति जनपद इलाहाबाद भी अपने परिवार के साथ रहते थे। अनिल सरोज के सूटकेस से एक दिन 03 हजार रूपये गायब हो गये थे। अनिल सरोज को संदेह था कि यह पैसा राजनरायन प्रजापति के बच्चों ने ही गायब किया है। इस बात को लेकर दोनों परिवारों में आये दिन कहासुनी होने लगी। दिनांक 16-11-1994 को राजनरायन प्रजापति जब अपने काम पर चला गया तब सुनियोजित तरीके से अनिल सरोज व सुनील सरोज अपने साथी कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान के साथ मिलकर राजनरायन प्रजापति की पत्नी व चारों बच्चों की चाकू व चापड से मारकर नृसंश हत्या कर दिये। कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, परन्तु अनिल सरोज व सुनील सरोज वर्ष 1994 से ही फरार चल रहे थे। अनिल सरोज व सुनील सरोज घटना करने के उपरान्त दिल्ली भाग गये थे तथा काफी समय तक लुकछिप कर दिल्ली में मजदूरी करने लगे। वर्ष 2009 में दोनों भाई अपने ननिहाल ग्राम सोहनी थाना केराकत जनपद जौनपुर आकर नाम व वेष भूषा बदलकर रहने लगे। इन दोनों का अपने मूल निवास स्थान पर आना-जाना नही था, जिससे इनकी पहचान नही हो पा रही थी। अनिल सरोज तांत्रिक पूजा का काम करता है। इसी पूजापाठ हेतु आज दोनों भाई अनिल सरोज व सुनील सरोज सारंगनाथ मंदिर सारनाथ आये थे।
थाना काशीमीरा थाणे (महाराष्ट्र) पर मु0अ0सं0 107/1994 धारा 302/201/457/ 34 आई0पी0सी0 में गिरफ्तार उक्त दोनों अभियुक्तगण को थाना सारनाथ जनपद वाराणसी में दाखिल करते हुये मा0 न्यायालय वाराणसी के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त करने की विधिक कार्यवाही तथा मामले की समस्त अग्रिम कार्यवाही क्राइम ब्रान्च यूनिट-1 मीरा भायन्दर वसई (महाराष्ट्र) पुलिस द्वारा की जा रही है।

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