जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीन वितरित
मुंबई। नए साल 2024 के पहले दिन बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ भवन के बाबू सत्यनारायण सभागृह में उत्तर भारतीय संघ के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व भाजपा विधायक बाबू आरएन सिंह की 76वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर 11 जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत संघ कार्याध्यक्ष शारदा प्रसाद सिंह ने दीप प्रज्वलित और बाबू आरएन सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की। इस मौके पर उत्तर भारतीय संघ के उपाध्यक्ष राधेश्याम तिवारी ने कहा कि यहां मौजूद प्रत्येक व्यक्ति के पास बाबू आरएन सिंह के बारे में अपनी-अपनी कहानियां हैं। बाबू आरएन सिंह हमारे लिए युगपुरुष हैं, जब भी उत्तर भारतीयों का इतिहास लिखा जाएगा, उसमें बाबू आरएन सिंह का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उनकी स्मृतियां हमेशा हमारे दिल में बसी रहेंगी। तिवारी ने कहा कि एक न एक दिन सभी को महाप्रयाण करना पड़ता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, उनके जाने के बाद भी उन्हें याद किया जाता है। हम आज भी भगवान राम, कृष्ण, बुद्ध और विवेकानंद को याद करते हैं। इसी तरह उत्तर समाज के लिए बाबू आरएन सिंह राम, कृष्ण, बुद्ध और विवेकानंद हैं।
उत्तर भारतीय संघ के पूर्व महामंत्री नंदलाल उपाध्याय ने कहा कि स्वर्गीय आरएन सिंह को फेरी वालों से लेकर बड़े-बड़े बिल्डर जानते हैं। आज उनका काम बोल रहा है। उत्तर भारतीय संघ को 90 के दशक में बांद्रा में जमीन मिली, 1996 में पत्र आया कि यदि जमीन पर निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो जमीन वापस ले ली जाएगी, तब बाबू आरएन सिंह आगे आए तो यहां निर्माण कार्य शुरू कराया। बाबू आरएन सिंह के बाद उनके बेटे संतोष आरएन सिंह संघ की गतिविधियों को बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर भारतीय संघ के उपाध्यक्ष रमेश बहादुर सिंह ने बाबू आरएन सिंह से जुड़े कई प्रसंगों को याद करते हुए कहा कि वे बेहद सज्जन, देशभक्त थे। उनमें गरीबों के कल्याण की अकल्पनीय भावना थी। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र तिवारी ने किया। उन्होंने कहा कि बाबू आरएन सिंह ने समाजसेवी की जो बुनियाद रखी थी, उसे संतोष आरएन सिंह बेहद अच्छे तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। इस दौरान लोक गायक सुरेश शुक्ला और देवी छेड़ा ने भजनों की सुंदर प्रस्तुति की। शुक्ला और उनके सहयोगियों ने तकरीबन डेढ़ घंटे तक भजन पेश करते हुए माहौल को भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम में उत्तर भारतीय संघ की कार्यकारिणी से जुड़े सभी सदस्य मौजूद रहे। अंत में राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ।