नवी मुंबई।लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे महाराष्ट्र में आचार संहिता लागू होने के बावजूद नवी मुंबई मनपा के प्रभारी सिटी इंजीनियर संजय देसाई ने 50 करोड़ का टेंडर खोलने की हिम्मत दिखाई। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने नवी मुंबई मनपा में 50 करोड़ के काम के आवंटन में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत चुनाव आयोग से की है और टेंडर रद्द कर मामला दर्ज करने की मांग की है। ठाणे लोकसभा उप जिला चुनाव अधिकारी, सहायक चुनाव निर्णायक, 151 बेलापुर विधानसभा क्षेत्र और नवी मुंबई मनपा आयुक्त को दी गई अपनी शिकायत में अनिल गलगली का कहना है कि नवी मुंबई मनपा के प्रभारी सिटी इंजीनियर संजय देसाई ने 50 करोड़ रुपये का टेंडर खोलने का साहस दिखाया। उम्मीद के मुताबिक यह काम एक बार फिर कंपनी अश्विनी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है। संजय देसाई द्वारा एक विशेष कंपनी को दी गई स्पष्ट सहायता और आचार संहिता के उल्लंघन पर अवश्य ध्यान दिया जाना चाहिए। टेंडर 4 जून 2024 के बाद भी खोला जा सकता था, लेकिन चूंकि देसाई रिटायर हो रहे थे। गलगली ने शिकायत की कि उन्होंने आचार संहिता और नियमों का उल्लंघन कर काम दिया है। विगत कई वर्षों से प्रभारी नगर अभियंता पद पर चयनित संजय देसाई का स्थानांतरण पहले क्यों नहीं किया गया? इस बारे में गलगली ने पहले भी सरकार और कमिश्नर को लिखित में शिकायत की थी। 29 मई 2024 को टेंडर खोलने का उद्देश्य क्या है? क्या संजय देसाई ने इस संबंध में चुनाव आयोग से अनुमति ली है? रिटायरमेंट से पहले जल्दबाजी में टेंडर खोलकर किसी खास कंपनी पर एहसान करने की क्या जरूरत है? ऐसे सवाल पूछकर चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले संजय देसाई के अन्य कार्यों की जानकारी मांगकर कार्रवाई की जानी चाहिए। गलगली ने इस बात की गहन जांच की मांग की है कि और कितने टेंडर खोले गए और कितने बिल दिए गए।