भुज। योगीराज स्वामी भारत भूषण जी ने बच्चों को “जहां देवालय वहां विद्यालय” देश भक्ति, सेवा, निष्ठा और अच्छे संस्कार देने की शुरूआत श्री कृष्ण की बांसुरी की धुन से की, तथा योग द्वारा सिखाया स्वांस लेने का सलीका, जिसे सीख कर हो जाएं सब स्वस्थ। यह बातें फुलोरा फाउंडेशन के ट्रस्टी, भाजपा के नेता एवं मुंबई महानगर पालिका के पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी ने कही है। गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर पर स्मृति वन, भुज, गुजरात में श्री हरि नारायण सेवा संस्थान एवं फुलोरा फाउंडेशन, मुंबई द्वारा संचालित तथा ग्लोबल चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित बच्चों में अच्छे संस्कार एवं योग द्वारा सीख सलीका स्वांस का हो जाएं सब स्वस्थ। गुजरात के कच्छ, भुज में इस मुहिम की शुरूआत की गई। जिसमें सैकड़ों लोगों ने शामिल होकर बांसुरी के साथ योग का भी लाभ लिया। योगीराज स्वामी भारत भूषण ने भुज में बने स्मृति वन, जो कि 26 जनवरी 2002 भुज में आए भूकंप में दिवंगत आत्मा की याद में बनाया गया। यह विश्व धरोहर के रूप में जाना जाता है, वहां दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित कर लोगों को स्वांस की तकनीक उल्टी स्वांस, सीधी स्वांस की प्रक्रिया को सिखाया। उन्होंने बांसुरी के धुन के साथ योग और ध्यान भी सिखाया। मुख्य रूप से छात्रों को अपनी संस्कृति अपना संस्कार के बारे में विस्तार से समझाते हुए ब्रह्मचर्य पालन पर जोर दिया। श्री हरि नारायण सेवा संस्थान, फुलोरा फाउंडेशन, आरजू स्वभिमान संगठना के ट्रस्टी, मुंबई के पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी, ग्लोबल चेंबर ऑफ कॉमर्स, लॉ एंड इंडस्ट्री के महामंत्री, राजू भाई टांक ग्लोबल चेंबर ऑफ कॉमर्स, लॉ एंड इंडस्टी के अध्यक्ष हैं। भवानजी ने कच्छ से कन्याकुमारी तक होने वाले योग ध्यान संस्कृति, संस्कार के बारे में विस्तार से बताया, और कहा कि यह “एनजीओ” योग के साथ बच्चों में संस्कार, माता-पिता की सेवा तथा राष्ट्र भक्ति के पाठ सिखाएगा। जिसकी आज जरूरत है। महान माता जीजाबाई, देश के महान योद्धा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और स्वामी भक्त उनका चेतक घोड़ा आदि वीरों का इतिहास, के बारे में जानकारी देना आज के वक्त की पुकार है। भवानजी ने कहा कि हम इस एनजीओ के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम, जियो और जीने दो की राह दिखाने वाले भगवान गौतम बुद्ध, भगवान महावीर, भगवान श्री राम, भगवान श्रीकृष्ण और गुरू नानक देवजी समेत अनेक ऋषि मुनियों, समाज सुधारकों, क्रांतिकारियों और महात्माओं की भूमि से अवगत करवाकर हर व्यक्ति को निष्ठावान सच्चे देश भक्त और अच्छे इंसान बनाएंगे।