मुंबई। उत्तर भारतीयों की भावनाओं का ध्यान न रखते हुए जिन विधानसभा में भाजपा ने सही प्रत्याशी नहीं उतारा, उनमें अंधेरी पश्चिम विधानसभा भी शामिल है। निवर्तमान विधायक अमित साटम की टिकट न दिए जाने को लेकर नाराज उत्तर भारतीयों ने भाजपा हाई कमान को अल्टीमेटम दे रखा था, परंतु भाजपा ने अमित साटम को दोबारा टिकट देकर यहां के उत्तर भारतीय मतदाताओं को और नाराज कर दिया है। विधायक रहते हुए अमित साटम ने उत्तर भारतीय हॉकर्स और फेरी वालों से कई बार मारपीट की । उनके खिलाफ जुहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी। संजय निरुपम के नेतृत्व में उत्तर भारतीयों ने कई बार अमित साटम के खिलाफ आंदोलन किया। ऐसे में अमित साटम को दोबारा टिकट देकर भाजपा ने उत्तर भारतीय मतदाताओं को आक्रोशित कर दिया है। ऐसे में अमित साटम की सीट पूरी तरह से खतरे में पड़ चुकी हैं। एक उत्तर भारतीय नेता के अनुसार अमित साटम को टिकट देकर भाजपा ने बहुत बड़ी गलती कर दी है। मतदान के दिन उत्तर भारतीय ,साटम द्वारा किए गए जुल्म का हिसाब चुकाएंगे। देखा जाए तो साटम का 5 साल का कार्यकाल पूरी तरह से उत्तर भारतीय विरोधी रहा। खासकर सड़क के किनारे धंधा और फेरी करने वाले गरीब उत्तर भारतीय उनकी टारगेट पर रहे। सत्ता और प्रशासन के बल पर साटम ने उत्तर भारतीयों के साथ जो दुर्व्यवहार किया, उसका जवाब उत्तर भारतीय मतदाता अपने मतदान की ताकत पर देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।