विरार पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पालघर। विरार पुलिस ने नकली दस्तावेजों की मदद से 55 अवैध इमारतों के फ्लैट बेचने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़ा भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस को ठाणे के जिलाधिकारी, उपसंचालक, नगर रचना विभाग, वसई विरार शहर महानगरपालिका से जुड़े नकली लेटर पैड तथा नकली मुहरें (सिक्का) बरामद हुआ है। आरोपियों ने बिना किसी वैध अनुमति के नकली कागजातों तथा लगाए गए सिक्कों की मदद से रेरा अथॉरिटी को भी गुमराह करते हुए उसकी भी अनुमति लेने में सफल रहे। गिरफ्तार आरोपियों ने अवैध तरीके से नकली दस्तावेजों की मदद से सबसे पहले 5 मंजिला रुद्रांश ए और रुद्रांश बी इमारत खड़ी की और नकली दस्तावेजों की मदद से ग्राहकों को बेचा। सभी आवश्यक अनुमति के नकली कागजात बनाए गए। वसई विरार शहर महानगरपालिका के प्रभारी सहायक आयुक्त गणेश हिलाल पाटिल की शिकायत के बाद पुलिस ने इस गंभीर मामले की जांच की। आयुक्त मधुकर पांडे तथा अपर पुलिस आयुक्त श्रीकांत पाठक, पुलिस उपायुक्त सुहास बावचे तथा सहायक पुलिस आयुक्त रामचंद्र देशमुख के मार्गदर्शन में विरार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र कांबले ने अपने सहयोगियों पुलिस उप निरीक्षक तात्या सावंजी , सुरेंद्र शिवदे, दिलीप चव्हाण के साथ मामले की सक्रियता से जांच शुरू की। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम बिल्डर तथा जमीन मालिक दिलीप कैलाश बेनवंशी, मछिंद्र मारुति वनमाने, दिलीप अनंत अडखले, प्रशांत मधुकर पाटील तथा राजेश रामचंद्र नाइक है। गिरफ्तार सभी आरोपियों ने आपस में मिलकर नकली दस्तावेज बनाकर अवैध 55 इमारतों के फ्लैट बेचने का काम किया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से 55 फाइल बरामद किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। विरार पुलिस की कार्रवाई के बाद नकली दस्तावेजों के आधार पर फ्लैट खरीदने वाले ग्राहकों में घबराहट फैल गई है।