मुंबई । साहित्यिक, सामाजिक,सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राष्ट्रीय संस्था हृदयागंन द्वारा आनलाइन कवि सम्मेलन रविवार दिनांक 8 दिसंबर को आयोजित किया गया।जिसमें कानपुर, लखनऊ , वाराणसी, देहरादून, राजस्थान, तेलंगाना एवं मुंबई के सुप्रसिद्ध कवि कवियित्रियों ने शरीक होकर काव्य गंगा प्रवाहित की। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता संस्था के संरक्षक एवं सुप्रसिद्ध साहित्यकार, पूर्व प्रधानाचार्य डा. रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी प्रलयंकर ने किया।संस्था के अनुरोध पर मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के वैज्ञानिक एवं संस्थापक,संयोजक ‘ कवि के साथ काफी ‘ मंच डा. सत्य प्रकाश पाण्डेय रहे।संचालन का भार भिवाड़ी राजस्थान से डा. इंदिरा गुप्ता यथार्थ, वरिष्ठ चिकित्सक एवं साहित्यकार एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष,अनुज्ञा नारी शक्ति मंच ने निभाई।शुभारंभ सरस्वती वंदना से डा.विद्युत प्रभा चतुर्वेदी मंजू राष्ट्रीय अध्यक्ष हृदयांगन संस्था द्वारा की गई। आमंत्रित कवियों में डॉ प्रमिला पांडेय,संरक्षिका हृदयांगन कानपुर,कविता विष्ट नेह,देहरादून, विधु भूषण त्रिवेदी विधु संस्थापक एवं राष्ट्रीय महासचिव, हृदयांगन , विद्युत प्रभा चतुर्वेदी मंजु ,राष्ट्रीय अध्यक्ष हृदयांगन एवं संयोजिका, हृदयांगन विथिका ,देहरादून , नीरज कांत सोती उर्फ भैया जी
प्रमुख संयोजक आजमगढ़, डॉ सत्य प्रकाश पांडेय संस्थापक कवि के साथ काफी मंच एवं उपाध्यक्ष हृदयांगन, वाराणसी , तसलीम फ़ातिमा हिंदी पंडित, तेलंगाना राज्य , उमेश मिश्र प्रभाकर, लब्ध प्रतिष्ठित मंच संचालक एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम संयोजक, हृदयांगन मुंबई , डा.अरुण प्रकाश अनुरागी, वरिष्ठ श्रंगार रस के मंचीय कवि, डा.कमलेश शुक्ला कीर्ति , वरिष्ठ मंचीय ग़ज़लकार , कानपुर, अंशु जैन, वरिष्ठ साहित्यकार, देहरादून एवं धारा त्रिपाठी,पूर्व प्रिंसिपल एवं वरिष्ठ साहित्यकार, कानपुर रहे। अध्यक्षता करते हुए डा. रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी प्रलयंकर ने समाज की कुरुतियों पर समाज का ध्यान खींचते हुए ओजस्वी कविताएं एवं मनमोहक छन्द सुनाया एवं साहित्यिक सामाजिक सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक क्षैत्रो में हृदयांगन संस्था द्वारा किये गये कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की।संस्था के राष्ट्रीय मिडिया सचिव विनय दीप ने बताया कि कार्यक्रम का संयोजन संस्था के प्रमुख संयोजक नीरज कान्त सोती भैया ने किया।संस्थापक एवं राष्ट्रीय महासचिव विधु जी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब हृदयांगन नियमित आनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन करता रहेगा जिसकी जिम्मेदारी नीरज कान्त सोती भैय्या ने सहर्ष स्वीकार की,जिसका सभी उपस्थित विद्वतजनों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।